Ayurvedasya Ratnam Ubtan ( आयुर्वेदस्य रत्नं उबटन )

Ayurvedasya Ratnam Ubtan
( आयुर्वेदस्य रत्नं उबटन )

सुंदर त्वचा के लिए प्रकृति का बेहद अनमोल उपहार आयुर्वेदस्य रत्नम् उबटन…!

आयुर्वेद हजारों सालों से उबटन का इस्तेमाल करने की सलाह देता है।

आयुर्वेद के अनुसार, हर मनुष्य को शरीर में मौजूद दोष को ध्यान में रखते हुए उबटन का इस्तेमाल करना चाहिए। उबटन स्किन के पीएच लेवल को बैलेंस करता है। पीएच लेवल जब गड़बड़ होता है तभी स्किन को नुकसान पहुंचता है और स्किन की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। आयुर्वेदस्य रत्नम् उबटन आपकी त्वचा को ताजगी का स्पर्श देने का सही तरीका हैं। और यह किसी भी रसायन या सिंथेटिक्स का उपयोग किए बिना देखभाल करता हैं।

उबटन सबसे पुराना और शुद्ध सौंदर्य प्रसाधन हैं, एक आयुर्वेदिक बॉडी क्लींजर हैं। आयुर्वेद जीवन का प्राचीन भारतीय विज्ञान है, और यह इस दर्शन में बिल्कुल फिट बैठता हैं। इसमें चंदन, अंबा हल्दी, गोटू कोला गुड़हल की पंखुड़ियाँ, आंवला, लाल मसूर दाल, चने की दाल, मुल्तानी मिट्टी, जौ, अलसी के बीज, हरीतकी, एलोवेरा, नीम, बहेड़ा, मुलेठी, संतरे के छिलके, मेथी, चावल, मुलेठी, तुलसी, कपूर कचरी, खस गेंदे की पंखुड़ियाँ जैसे प्राकृतिक तत्व शामिल हैं जिन्हें एक साथ मिश्रित किया जाता है। गेंदे की पंखुड़ियाँ जैसे प्राकृतिक तत्व शामिल हैं जिन्हें एक साथ मिश्रित किया जाता है।

जो एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक है जो इन त्वचा स्थितियों के अंतर्निहित कारण का इलाज करके दाग-धब्बों को साफ करने में मदद करता हैं। मांसपेशियों को आराम मिलता हैं। उबटन जीवाणुरोधी और एंटीफंगल उत्पाद हैं जो त्वचा के रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने में मदद करता हैं। आयुर्वेदस्य रत्नम् उबटन अपने शरीर के अंगों को शुद्ध, स्वस्थ और सुंदर तथा त्वचा को सुकोमल, मृदु, दीप्तिमान और कांतियुक्त रखने के लिए।

दीर्घायु त्वचा के लिए आयुर्वेदस्य रत्नम् उबटन के फायदे :

1) अगर हफ्ते में एक बार भी आयुर्वेदस्य रत्नम् उबटन को लगाया जाए तो ये स्किन की हर समस्या से निजात दिलवा सकता हैं।
2) मृत त्वचा को हटाता है ताकि ताज़ा त्वचा कोशिकाओं में अच्छी स्पष्टता, चमक और कोमलता हो।
3) त्वचा की स्पष्टता और बनावट में सुधार करता हैं।
4) त्वचा को समय से पहले बूढ़ा होने से रोकता हैं।
5) त्वचा के रोम छिद्रों में गहराई तक बैठी गंदगी, मैल व अशुद्धियों को दूर करता हैं और प्राकृतिक चमक प्रदान करता हैं।
6) असल में बॉडी हेयर रिमूवल का बेहद सौम्य, प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका हैं।
7) मुंहासे होने की संभावना को कम करने में मदद करता हैं।
8) प्राकृतिक सुंदरता बहाल करता हैं।

आयुर्वेदस्य रत्नम् उबटन पूरे शरीर पर लगाने का तरीका :

आप अगर पहली बार उबटन लगा रहे हो तो आयुर्वेदस्य रत्नम् उबटन एक कटोरे में (60 ग्राम) पाउच का पूरा पाउडर डालें। गाढ़ा पेस्ट बनाने के लिए इसमें जल मिलाएं। पूरे शरीर को गिला करें, इस पेस्ट को अपने पूरे शरीर पर लगाएं और थोड़ा सा सूखने दें। थोड़ा सा सूखने पर हाथों में थोड़ा सा पानी लेकर इसे धीरे से रगड़कर कर मालिश करें फिर पानी से धो लें। जिससे त्वचा को एक चमकदार और स्वस्थ लुक बहाल होगा। दूसरी बार लगाने के लिए उबटन का आधा पाउच (30 ग्राम) काफी है।

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( आयुर्वेदस्य रत्नं उबटन )

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